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Showing posts from September, 2018

D.El.Ed. Course 504, आखरी मंत्र - 04

D.El.Ed. Course 504, आखरी मंत्र - 04                          _*Quize No.- 6*_ *प्र०1.- यदि किसी भाग के प्रश्न में भाजक, भागफल तथा शेषफल क्रमशः 9, 14 और 5 हो तो भाज्य क्या होगा ?*  *उ०-  भाज्य = 131*  *प्र०2.- 108 के अभाज्य गुणनखंड होंगे-* *(a) 4×3×9* *(b) 2×2×3×9* *(c) 2×2×3×3×3* *(d) 12×9* *उ०- (c) 2×2×3×3×3* *प्र०-3 पूर्णांकों में योज्य तत्समक क्या है ?* *उ०-3. 0 (शून्य)*  *प्र०-4.किलोग्राम का माप ग्राम के माप से होता है-* *(a) 100 गुना बड़ा* *(b) 1000 गुना बड़ा* *(c) 10000 गुना बड़ा* *(d) 5000 गुना बड़ा* *उ०- (b) 1000 गुना बड़ा* *प्र०-5. 1 से 12 तक की संख्याओं में कितनी अभाज्य संख्याएं हैं ?* *(a) 2*                  *(b) 3* *(c) 5*                  *(d) 6* *प्रश्न 6. विभिन्न संख्या प्रणालियों के नाम् लिखिए।* *उत्तर-●मायन प्रणाली*  *●बेबिलोनियन प्रणाली*  *●रोम...

D.El.Ed. Course 504 आखरी मंत्र -03

D.El.Ed Course 504, आखरी मंत्र - 03  *प्र०1.- ग़ैर गणना योग्य संख्याओं को चुने -* *1) वास्तविक संख्या* *2) परिमेय संख्या* *3) पूर्णांक संख्या* *4) प्राकृत संख्या* *उ०1.- 1) वास्तविक संख्या* *प्र०2.- 1 से 100 के बीच कितनी अभाज्य संख्याएं आती हैं -*   *i) 26*                    *ii) 24* *iii) 25*                   *iv) 27* *उ०2.-(iii) 25* *प्र०3.- वास्तविक संख्याओं के समुच्चय में संख्याएं दो तरह की पाई जाती हैं,एक गणन एवं दूसरी माप योग्य। माप आधारित संख्या तंत्र को पहचाने -* *1) प्राकृत संख्या* *2) पूर्ण संख्या* *3) पूर्णांक संख्या* *4) परिमेय संख्या* *उ०3.- (4) परिमेय संख्या*  *प्र०4.- 360 के कितने भाजक संभव हैं ?*   *(i) 6*                 *(ii) 12* *(iii) 24*              *(iv) 36*  *उ०4.- (iii) 24*  *प्र०5.- √2 एवं 2 का महत्तम समापवर्तक निम्न ...

D.El.Ed. Course 504 आखरी मंत्र - 02

D.El.Ed Course 504, Unit-1, Block-4 आखरी मंत्र -02 *प्रश्न 1.- गणित सीखने की कौन-सी विधि है जिसमें छात्र निष्कर्ष से परिकल्पना की ओर या अज्ञात से ज्ञात की ओर चलता है ?* *१) विश्लेषणात्मक* *२) संश्लेषणात्मक* *३) आगमनात्मक* *४) निगमनात्मक* *उत्तर 1.- विश्लेषणात्मक विधि*  *प्रश्न 2. प्राथमिक स्तर पर गणित सीखने की प्राचीनतम एव बिल्कुल सामान्य विधि क्या है ?*  *उत्तर 2.- आगमन विधि* *प्रश्न 3. अधिगम की कौन सी विधि स्वयं के द्वारा खोज करने के अवसर व रूचिपूर्ण ढंग से अधिगम वातावरण उपलब्ध करती है?* *उत्तर 3.-क्रियाकलाप आधारित अधिगम* *प्रश्न 4.अधिगम के पांच प्रतिमान का सही क्रम क्या है ?* *उत्तर 4.-सही क्रम है-*  *विनियोजन < अन्वेषण < स्पष्टीकरण < विस्तारण < मूल्यांकन* *प्रश्न 5. कौन-सी विधि समस्याओ के हल में सूत्रों के प्रत्यक्ष उपयोग पर केन्द्रित है?* *उत्तर 5.- निगमन विधि* *प्रश्न 6. गणित अधिगम एवं शिक्षण की विधियों के नाम लिखिए।* *उत्तर 6.- विधियों के नाम-* *1.आगमन - निगमन विधि* *2-विश्लेषणात्मक एवं संश्लेषणात्मक विधि* *3-परि...

D.El.Ed. Course 504 आखरी मंत्र -01

D.El.Ed. Couese 504 आखरी मंत्र *प्रश्न 1.सर जेम्स जींस कौन थे और उन्होंने क्या कहा था ?*  *उत्तर-सर जेम्स जींस ब्रिटिश के खगोल वैज्ञानिक थे| इन्होंने कहा था कि ईश्वर एक सर्वोच्च गणितज्ञ है जिसने क्रमबद्ध और व्यवस्थित ब्रह्मांड की संरचना की है।*  *प्रश्न 2.गणित शिक्षा के क्या उद्देश्य हैं ?*  *उत्तर-जार्ज पोल्या के अनुसार " विद्यालयी शिक्षा के लिए गणित के दो उद्देश्य हैं, विस्तृत एवं संक्षिप्त उद्देश्य।"* *NCF - 2005 के अनुसार ....* *डेविड व्हीलर के अनुसार ...।*  *प्रश्न 3.व्यवहारिक गणित का उपयोग कहाँ कहाँ होता है ?*  *उत्तर-बैंकों में, आपस में लेन-देन में (जैसे नापना, तौलना, गिनना ), व्यापार में आदि।*  *प्रश्न 4.आगमन किस पर आधारित है?*  *उत्तर-आगमन तर्क पर आधारित है।*  *प्रश्न 5.गणित शिक्षा के विशिष्ट उद्देश्य क्या हैं ?* *उतर-गणित अधिगम के लिए रूचि का सर्जन करना |* *सटीकता के लिए प्रोत्साहन देना |* *अन्य विषयों में गणित का उपयोग |* *विद्याथियो को गणित वर्तमान और भविष्य के जीवन से जोड़ना |* *आदि|*  *प्रश्न ...

D.El.Ed. Course 504 MCQ Set -01 महत्वपूर्ण बहु-विकल्पीय प्रश्न, उत्तर के साथ

Ravi Kant Bhakat: D.El.Ed. Course 504  Block -2  Unit-05 से कुछ महत्वपूर्ण बहु-विकल्पीय प्रश्न (MCQ Set- 01) उत्तर के साथ। 1. मयान प्रणाली में लिखा गया संकेत  ( ●| ) क्या दर्शाता है ? (A) 10 (B) 8 (C) 6 (D) 2 2. बेबिलोनियान प्रणाली से लिखा गया संकेत का ( ৫ ) का मान (A) 5 (B) 9 (C) 7 (D) 10 3. रोमन प्रणाली से लिखा गया (  XL )का मान है- (A) 50 (B) 40 (C) 30 (D) 45 4. रोमन प्रणाली से 74 को लिखा जाता है - (A) LXXIV (B) LXXVI (C) LXXV (D) LXXVII 5. आधुनिक दाशमिक प्रणाली का अभिकल्पित सबसे पहले  किया - (A) अरब (B) चीन (C) भारत (D) रोम 6.  संख्या 54303 हैं 3 का स्थानीय मान के योग है - (A) 3 (B) 6 (C) 33 (D) 303 7. सबसे छोटी गणन संख्या है - (A) 0 (B) 1 (C) -1 (D) कोई नहीं 8.  किसी संख्या का परवर्ती और पूर्ववर्ती संख्या का अंतर होता है- (A) 0 (B) 1 (C) 2 (D) कोई नहीं 9. ऐसे कौन संख्या है जिसका पूर्ववर्ती संख्या नहीं है - (A) 0 (B) 1 (C) दोनों (D) दोनों में से कोई नहीं 1...

D.El.Ed. Course 504 April 2014 में पूछे गए बहु-विकल्पीय प्रश्न (MCQ) उत्तर के साथ

Ravi Kant Bhakat: D.El.Ed. Course 504 April 2014 में पूछे गये बहु-विकल्पीय प्रश्न (MCQ) 1. निम्नांगकित में से गणित शिक्षण संबंधी अनुदेशनात्मक उद्देश्य की पहचान कीजिए (A) उच्च कक्षा के लिए बच्चों को तैयार करना (B) द्विअंकीय अभाज्य एवं भाज्य संख्याओं की पहचान करना (C) गणित में कलात्मकता देखना (D) सटीकता से गणना करना । Ans- (C) 2. गणित की प्रकृति है (A) धनात्मक एवं ऋणात्मक (B) समस्या एवं समाधान (C) सुस्पष्ट एवं परिशुद्ध (D) संख्याएँ एवं संक्रियाएँ Ans - (D) 3. पूर्णांकों की समुच्चय किसका उप-समुच्चय है ? (A) प्राकृत संख्याओं का (B) पूर्ण संख्याओं का (C) काल्पनिक संख्याओं का (D) परिमेय संख्याओं का Ans - (B) 4. 2² x 2³ = 2²+³, 3⁴ x 3² = 3⁴+²  आदि  शिक्षण -अधिगम की यह विधि क्या कहलाती है ? (A) आगमन विधि (B) निगमन विधि (C) संश्लेषणात्मक विधि (D) विश्लेषणात्मक विधि। Ans -(A) 5. समस्या-समाधान विधि का प्रथम चरण है- (A) परिकल्पना का निर्माण (B) समस्या को परिभाषित करना (C) समस्या की पहचान करना (D) परिकल्पना की जाँच करना। Ans -(C) 6. संख्या '1' ...

D.El.Ed., Course 504, Block -01, गणितीय अधिगम की अवधारणा को दैनिक जीवन के साथ कैसे जोड़ा जा सकता है ?

Ravi Kant Bhakat: D.El.Ed., Course 504, Block -01, Q. 01. गणितीय अधिगम की अवधारणा को दैनिक जीवन के साथ कैसे जोड़ा जा सकता है ? उत्तर:-        प्रारंभिक स्तर के गणित में जो अवधारणायें सामिल किया गया है वह अवधारणा बच्चों के वास्तविक जीवन के मूर्त अनुभवों से गहरा संबंध है।  इसलिए बच्चों को उनके अनुभवों , उनके योग्यता, तर्क के साथ विश्लेषण करने की क्षमता तथा समस्या का निष्कर्ष प्राप्त करने की क्षमता विकसित कर दैनिक जीवन के साथ गणितीय अवधारणा को जोड़ा जा सकता है।                        © Please like and comments for                   more answer     अधिक प्रश्नोत्तर के लिए like और                   comments करें।                                               ...

D.El.Ed., Course 504, Block -01, दो आसन्न कोणों की मापों के बारे में आप क्या निष्कर्ष निकल सकते हैं ?

Ravi Kant Bhakat: D.El.Ed., Course 504, Block -01, प्रश्न:-दो आसन्न कोणों ( Adjacent angle ) की मापों के बारे में आप क्या निष्कर्ष निकल सकते हैं ? उत्तर:      दो कोण जिसका एक भुजा उभयनिष्ठ हो तथा एक ही शीर्ष पर अवस्थित हो तो दोनों कोण को आसन्न कोण ( Adjacent Angle ) कहते हैं। आसन्न कोण के मापों के बारे में निम्नलिखित निष्कर्ष निकाला जा सकता है - 1. दोनो आसन्न कोण एक ही रेखा पर स्थित होता है। 2. दोनो आसन्न कोणों का एक रेखा उभयनिष्ठ होता है। 3. दोनो आसन्न कोनों का एक ही शीर्ष होता है। 4. दोनो आसन्न कोणों का माप 180 डिग्री का होता है। 5. दोनो आसन्न कोणों का माप दो समकोण के बराबर होता है।                        © Please like and comments for                more answer     अधिक प्रश्नोत्तर के लिए like और               comments करें।                    ...

D.El.Ed., Course 504, Block -01, Unit - 04 प्रारंभिक स्तर पर गणित शिक्षण एवं अधिगम की विधियाँ क्या है ?

D.El.Ed., Course 504, Block -01, Unit - 04 प्रश्न- प्रारंभिक स्तर पर गणित शिक्षण एवं अधिगम की विधियाँ क्या है ? उत्तर:-      प्रारंभिक स्तर पर गणित शिक्षण एवं अधिगम की निम्नलिखित विधियाँ है :- 1. आगमन विधि ( Inductive method ) 2. निगमन विधि ( Deductive method ) 3. विश्लेषणात्मक विधि ( Analytic method ) 4. संश्लेषणात्मक विवि ( Synthetic method ) 5. परियोजना विधि ( Project method) 6. समस्या निर्माण विधि (Problem posing method) 7. समस्या समाधान विधि ( Problem solving                   method ) 8. समस्या प्रस्तुतिकरण विधि ( Problem posing              method )                        © Please like and comments for                more answer     अधिक प्रश्नोत्तर के लिए like और               comments करें।   ...

D.El.Ed., Course 504, Block -01, Unit - 04 अवेषणात्मक विधि ( Heuristics Method ) क्या है ? बच्चों में क्षमता विकास के लिए अंवेषणात्मकता का योगदान पर चर्चा करें ।

Ravi Kant Bhakat: D.El.Ed., Course 504, Block -01, Unit - 04 प्रश्न:-    अवेषणात्मक विधि ( Heuristics Method ) क्या है ?  बच्चों में क्षमता विकास के लिए अंवेषणात्मकता का  योगदान पर चर्चा करें। उत्तर:--       किसी भी समस्या का समाधान पाठ्य पुस्तकों में दिए गए विधि, सूत्र या सिद्यन्त को छोड़ कर नए तरीके से समस्याओं का समाधान करने को अंवेषणात्मसक बिधि कहा जाता है ।           बच्चों में क्षमता विकास मैं  अंवेषणात्मसकता का योगदान निम्न प्रकार है- 1. बच्चों में सोचने की क्षमता का विकास होता है। 2. खोज करने की प्रवृत्ति का विकास होता है। 3. बच्चों में अधिगम रुचिपूर्ण होता है। 4. बच्चा खेल खेल समस्या का समाधान कर लेता है।                        © Please like and comments for                 more answer     अधिक प्रश्नोत्तर के लिए like और             ...

D.El.Ed.. Course 504, block 1, unit 01 1+1=3 को हल करके साबित करें कि गणित तार्किक है।

Ravi Kant Bhakat: D.El.Ed., Course 504, Block -01, Unit - 02 प्रश्न:-  1 + 1 = 3 को हल करके साबित करें कि गणित तार्किक है। उत्तर :- तर्क के आधार पर बहुत से गणितीय समस्या का समाधान प्राप्त किया जा सकता है। गणित के विभिन्न शाखा जैसे अंक गणित, बीजगणित, ज्यामितीय आदि के विभिन्न प्रकार के समस्या को तर्क के अवधारणा के आधार पर परिभाषित करते हुए समाधान या निष्कर्ष निकाला जा सकता है। ज्यामितीय प्रमेय हो या अनुप्रयोग का सत्यापन तर्क के अवधारणा से समाधान किया जा सकता है। जैसे- जैसे कि हम सब जानते हैं, 1 + 1 = 3  कभी नहीं हो सकता। लेकिन हम सब जानते हैं, गणित एक तार्किक है। अतः तर्क के सहारे हैं साबित करेंगे कि एक  और एक जोड़ने से तीन आता है। जैसे कि हम जानते हैं 2 + 2 = 4  होता है। और - 5 + 5 = 0 अतः 4 के साथ - 5 + 5  जोड़ने से 4 का मान में कोई  परिवर्तन नहीं होगा। इसलिए 2 + 2 = 4 - 5 +5 लिख सकते हैं। पुनः हम जानते हैं कि a = √(a)² होता है। 2 + 2 = √( 4 - 5 )² + 5  लिख सकते हैं। फिर √( a - b )² = a² - 2ab + b² होता है। अ...

D.El.Ed. Course 504 April 2014 में पूछे गए लघु उत्तरीय प्रश्न ( Short Answer Question )

Ravi Kant Bhakat: D.El.Ed. Course 504  April 2014 में पूछे गए  लघु उत्तरीय प्रश्न ( Short Answer Question ) जिनका उत्तर कुछ शब्दों या एक-दो वाक्य में देना है। सही उत्तर के लिए एक अंक निर्धारित है। 1. विमीय (आकाशीय ) सोच के निम्नलिखित विकास चरणों को व्यवस्थित कीजिए आकारों के अंतर बताना, 3-D वस्तुओं तथा  2-D आकृतियों में अंतर बताना, बंद एवं खुली आकृतियों में अंतर पहचानना, अव्यवस्थित दुनिया, विभिन्न आकारों के सही नाम बताना । 2. वस्तुओं के हस्त-कार्य साधन के द्वारा संख्या की अवधारणा के विकास का एक उदाहरण दीजिए । 3.  चिन्हात्मक प्रदर्शन  ( a + b )² = a² + b² + 2ab का प्रयोग कर (101)² को व्यक्त कीजिये । 4. आप शारीरिक शिक्षा की कक्षा से गणित का संबंध  किस प्रकार स्थापित कर सकते है ? 5, गणितीय अवधारणाओं के शिक्षण एवं अधिगम के किन्ही दो उद्देश्यों को लिखिए । 6. प्रतिशत को तुलना के रूप कैसे चर्चित किया जा सकता है ? 7. चक्रीय चतुर्भुज( cycle quadrilateral ) क्या होता  है ? चक्रीय चतुर्भुज का एक गुण लिखिए । 8. इकाई लीटर का (क) हेक्टोलीटर एवं (ख) ...

D.El.Ed. Course 504 April 2014 में पूछे गए बहु-विकल्पीय प्रश्न (MCQ)

Ravi Kant Bhakat: D.El.Ed. Course 504 April 2014 में पूछे गये बहु-विकल्पीय प्रश्न (MCQ) 1. निम्नांगकित में से गणित शिक्षण संबंधी अनुदेशनात्मक उद्देश्य की पहचान कीजिए (A) उच्च कक्षा के लिए बच्चों को तैयार करना (B) द्विअंकीय अभाज्य एवं भाज्य संख्याओं की पहचान करना (C) गणित में कलात्मकता देखना (D) सटीकता से गणना करना । 2. गणित की प्रकृति है (A) धनात्मक एवं ऋणात्मक (B) समस्या एवं समाधान (C) सुस्पष्ट एवं परिशुद्ध (D) संख्याएँ एवं संक्रियाएँ 3. पूर्णांकों की समुच्चय किसका उप-समुच्चय है ? (A) प्राकृत संख्याओं का (B) पूर्ण संख्याओं का (C) काल्पनिक संख्याओं का (D) परिमेय संख्याओं का 4. 2² x 2³ = 2²+³, 3⁴ x 3² = 3⁴+²  आदि  शिक्षण -अधिगम की यह विधि क्या कहलाती है ? (A) आगमन विधि (B) निगमन विधि (C) संश्लेषणात्मक विधि (D) विश्लेषणात्मक विधि। 5. समस्या-समाधान विधि का प्रथम चरण है- (A) परिकल्पना का निर्माण (B) समस्या को परिभाषित करना (C) समस्या की पहचान करना (D) परिकल्पना की जाँच करना। 6. संख्या '1' है (A)अभाज्य संख्या (B)भाज्य संख्या (C) सम संख्य...

D.El.Ed. Course 504, Block 01, Unit - 03 ( गणित शिक्षाक के उद्देश्य एवं परिप्रेक्ष्य ) से कुछ मत्त्वपूर्ण प्रश्न ।

Ravi Kant Bhakat: D.El.Ed Course 504  Block 1, Unit- 03 गणित शिक्षा के उद्देश्य एवं परिप्रेक्ष्य महत्वपूर्ण प्रश्न:- 1. ईश्वर एक सर्वोच्च गणितज्ञ है। किसने  कहा था ? 2. गणित को एक कठिन विषय क्यों माना जाता है ? 3. गणित शिक्षा के उद्देश्य क्या है ? 4. उन क्षेत्रों एवं कार्यों को लिखिए जहाँ गणित एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। 5. आप क्यों सोचते हैं कि बच्चों को गणित सीखना चाहिए ? 6. बच्चों में क्षमता का विकास कैसे होता  है ? 7. समस्या समाधान विधि ( Problem Solving Method )द्वारा बच्चों में कौशल विकास के महत्व पर प्रकाश डालिये। 8. अवेषणात्मक विधि ( Heuristics Method ) क्या है ?  बच्चों में क्षमता विकास के लिए अंवेषणात्मकता का योगदान पर चर्चा करें। 9. बच्चों में कौशल विकास के लिए अनुमान (Estimation ) एवं सन्निकटन (Approximation ) का क्या योनदान है ? 10. समुचित उपयोगिता( Optimization ) क्या है ? इसे विद्यालय के पाठ्यक्रम में क्यों नहीं शामिल किया गया ? 11. "गणित तर्क एवं प्रमाणोँ पर आधारित है । "कैसे ? 12. बच्चों में कौशल विकास में...

D.El.Ed. Course 504, Block 01, Unit- 04 यदि a/b = c/d हो तो संश्लेषात्मक विधि के द्वारा सिद्ध करें (ac - 2b²)/b = (c² -2bd)/d

Ravi Kant Bhakat: D.El.Ed. Course 504, Block- 01, Unit 04 प्रश्न:- यदि a/b = c/d हो तो संश्लेषणात्मक विधि के द्वारा सिद्ध करें (ac - 2b²)/b = (c² -2bd)/d उत्तर :-          संश्लेषणात्मक विधि के द्वारा जो दिया हुआ है अर्थात ज्ञात है वहाँ से शुरू करते हैं। अर्थात  परिकल्पना से निष्कर्ष की ओर अग्रसारित होते हैं या ज्ञात से अज्ञात की ओर चलता है।     समस्या से हमें मालूम है  a/b = c/d                                          (अर्थात ज्ञात है)                                      और   (ac - 2b²)/b = (c² -2bd)/d                      ( हमें निकलना है, अर्थात अज्ञात है।)         अतः संश्लेषणात्मक विधि से समाधान प्राप्त करने के लिए हमें ज्ञात से शुरू करना है...

D.El.Ed, Course- 504, Block- 01, Unit - 04 यदि a/b = c/d हो तो विश्लेषणात्मक विधि के द्वारा सिद्ध करें (ac - 2b²)/b = (c² -2bd)/d

Ravi Kant Bhakat: D.El.Ed. Course 504, Block - 01 Unit- 04 प्रश्न:- यदि a/b = c/d हो तो विश्लेषणात्मक विधि के द्वारा          सिद्ध करें (ac - 2b²)/b = (c² -2bd)/d उत्तर :-          विश्लेषणात्मक विधि के द्वारा जो सिद्ध करना है वहाँ से शुरू करते हैं। अर्थात निष्कर्ष से परिकल्पना की ओर अग्रसारित होते हैं या अज्ञात से ज्ञात की ओर चलता है।          समस्या से हमें मालूम है  a/b = c/d  (अर्थात ज्ञात है)                              और   (ac - 2b²)/b = (c² -2bd)/d                             ( हमें निकलना है, अर्थात अज्ञात है।)         अतः विश्लेषणात्मक विधि से समाधान प्राप्त करने के लिए हमें अज्ञात से शुरू करना है। अतः  (ac - 2b²)/b = (c² -2bd)/d                     ...

D.El.Ed. Course 504, Block -01, Unit 04, What is the inductive method ?

Ravi Kant Bhakat: D.El.Ed., Course 504, Block -01 Unit - 04 Question: - what is the inductive method ?  Answer: - inductive-deductive method - mathematical lea rning is the method by which the object of the rule or the principle of learning to achieve a particular purpose with reasoning is to be called an inductive method. Such as - 1. the square of odd numbers is an odd number.  2. the square of even numbers is an even number.  3. sum of two odd numbers is an even number. 4. the measurement of two adjacent angles is equal to two right angles.  © please comment and share

D.El.Ed., Course 504, Block -01, Unit - 04 शिक्षण के लिए निगमन विधि ( Inductive method ) एक प्रभावशाली शिक्षण प्रणाली है । कैसे ?

Ravi Kant Bhakat D.El.Ed., Course 504, Block -01, Unit - 04 प्रश्न:- गणित शिक्षण के लिए निगमन विधि ( Inductive method ) एक प्रभावशाली शिक्षण प्रणाली है । कैसे ? उत्तर:- गणित शिक्षण के लिए निगमन विधि ( Inductive method ) एक प्रभावशाली शिक्षण प्रणाली है । क्योंकि गणित शिक्षण अधिगम को निर्विघ्न रूप से पूर्ण करने के लिए निम्नलिखित सोपानों (Steps) का अनुसरण करती है- 1. समस्य को सही ढंग से पहचान करने में  सहायता करती है। 2. अस्थायी परिकल्पना के लिये खोज  तथा सूत्रीकरण करने में सहायता करती है। 3. समस्या समाधान के लिए उचित सूत्र का चुनाव करने में सहायता करती है। 4. समस्या का समाधान पे उपरांत परिणाम की जांच करने में सहायता करती है।                        © Please like share  and comments for                   more answer     अधिक प्रश्नोत्तर के लिए like, share और                   comments ...

D.El.Ed., Course 504, Block -01, Unit - 04 विश्लेषणात्मक विधि ( Analytic Method) से क्या समझते हैं ?'.इस विधि की प्रकृति का वर्णन करें।

Ravi Kant Bhakat: D.El.Ed., Course 504, Block -01, Unit - 04 प्रश्न:- विश्लेषणात्मक विधि ( Analytic Method) से क्या समझते हैं ? इस विधि की प्रकृति का वर्णन करें। उत्तर:- जिस शिक्षण विधि द्वारा बच्चों को पहले वाक्य सिखाने के पश्चात शब्द फिर अंत में अक्षर सिखाया जाता है अर्थात पुर्ण से अंग प्रत्यंग का या अज्ञात से ज्ञात की अधिगम कराता है उस विधि को विश्लेषणात्मक विधि ( Analytic Method) कहा जाता है।          इस विधि की प्रकृति का निम्न प्रकार है-            1. यह विधि निष्कर्ष से परिकल्पना की ओर अग्रसारित होता है। जैसे- त्रिभुज की तीनों कोणों का योगफल 180° होता है।          अर्थात यदि त्रिभुज के  तीनों कोण क्रमशः A, B तथा C है, और तीनों कोण बराबर है, तो A=B=C होगा। तो निष्कर्ष के अनुसार                A+B+C =180° चूंकि A,B तथा C बराबर है तो             A+A+A =180° लिख सकते हैं। या,        ...

D.El.Ed., Course 504, Block -01, Unit - 04 आगमन विधि से (a -b)² से मान प्राप्त करें।

Ravi Kant Bhakat: D.El.Ed., Course 504, Block -01, Unit - 04 प्रश्न:- आगमन विधि से (a-b)² का मान प्राप्त  करें। उत्तर:- आगमन विधि द्वारा गणित सीखने की  विषयवस्तु को तर्क के साथ  विशेष उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए नियम या सिद्धान्त का उत्पन्न कर अधिगम किया जाता है।  हम जानते हैं कि  (a) ² = a x a अतः (a-b)²= (a-b) (a-b)             = a(a-b) -b(a-b)             = a²-ab-ab+b²             = a²-2ab+b² Ans.                        © Please like and comments for                   more answer     अधिक प्रश्नोत्तर के लिए like और                   comments करें।                                       ...

D.El.Ed., Course 504, Block -01, Unit - 04 आगमन विधि (Inductive method) और निगमन विधि ( Deductive method ) में अंतर स्पष्ट करें।

Ravi Kant Bhakat: D.El.Ed., Course 504, Block -01, Unit - 04 प्रश्न:- आगमन विधि (Inductive method) और निगमन विधि ( Deductive method ) में अंतर स्पष्ट करें। उत्तर:- आगमन विधि (Inductive method) और निगमन विधि ( Deductive method ) में निम्नलिखित अंतर है:-          1. आगमन विधि की सुरुआत विशिष्ट उदाहरणों से प्रस्तुतिकरण के साथ होती है जबकि निगमन विधि सामान्य सिद्धान्तों के प्रस्तुतिकरण के साथ होती है।          2. आगमन विधि सामान्य सिद्धान्तों की संरचना के साथ समाप्त होती है जबकि निगमन विधि विशिष्ट उदाहरणों के सामान्यीकरण के साथ समाप्त होती है।           3. आगमन विधि सामान्य नियम या तथ्य तक पहुंचती है जबकि निगमन विधि नियमोँ के आधार पर समाधान तक पहुंचती है।          4. आगमन विधि तर्क की योग्यता को विकसित करने में सहायता करती है जबकि निगमन विधि समस्या समाधान में सहायता करती है।          5. आगमन विधि का उपयोग गणितीय समस्याओं के समाधान के लिए पाठ्य पुस्तकों ...

कक्षा में तकनीकी का उपयोग कितना सही ?

Ravi Kant Bhakat: प्रश्न:- कक्षा में तकनीकी का उपयोग कितना सही  ? शिक्षा में तकनीकी का उपयोग कितना  सही -        पहले शिक्षा प्रणाली में कक्षा शिक्षण श्यामपट, चाक- डस्टर पर आधारित हुआ करती थी, वही आज के बदलते परिदृश्य मे  बिलकुल ही बदल चुकी है। आज कम्प्यूटर तकनीक ने कमाल कर दिखाया है जिसमे कक्षा शिक्षण में तकनीकी का प्रचलन जोरों से प्रभाव दिखाना शुरू किया है। परंतु शिक्षक इन बारीकियों से अवगत एवं निपुण हो पाता  है तो निश्चय ही वह अपने शिक्षण को अति प्रभावी बनाकर छात्रों के अधिगम मे सहायक साबित होगा। लेकिन केवल छात्र को ही तकनीकी शिक्षा पर जोर दिया जाता है तो परिणाम सकारात्मक के बजाय निराशजनक हो सकता है। कक्षा में तकनीकी शिक्षा पर न्यूजर्सी के रटगर्स विश्वविद्यालय के एक शोध के अनुसार स्मार्ट फोन तथा स्मार्ट क्लास के रूप में उपयोग  का परिणाम सकारात्मक नहीं पाया।शोध में विश्वविद्यालय द्वारा बच्चों का दो अलग अलग ग्रुप तैयार कर एक में पूर्ण रूप से तकनीकी आधारित तथा दूसरे में पुराने विधि श्यामपट चोक डस्टर के सहारे वर्ष भर शिक्षा प्रदान किया ...

D.El.Ed., Course 504, Block -01, Unit - 04:- (54)² = ? को निगमन विधि ( Deductive method ) के अनुसार हल करें ?

Ravi Kant Bhakat: D.El.Ed., Course 504, Block -01, Unit - 04 प्रश्न:- (54)² = ? को निगमन विधि ( Deductive method ) के अनुसार हल करें ? उत्तर:-  निगमन विधि ( Dedictive method ) मूर्त से अमूर्त की ओर तथा सूत्र से उदाहरण की ओर समाधान निकालते हैं। (54 )² = ?          इसका हल प्राप्त करने लिए निगमन विधि के अनुसार निम्नलिखित सूत्र का सहारा लेना पड़ेगा। ( a + b )² = a²+2ab +b²           a और b का मान प्राप्त करने के लिए 54=50 + 4  लिख सकते हैं। जहां            a=50 b= 4 मान लेतें हैं और  तथा a और b का मन रखने पर = 50²+2X50X2+ 4² = 2500+200 +16 =  2716 Ans. © Please comment and share.